भारत की अर्थव्यवस्था की रीढ़ कहे जाने वाले छोटे किसान आज सबसे बड़े संकट से गुजर रहे हैं। बढ़ती लागत, कम MSP, अनियमित मौसम और कर्ज ने खेती को 2025 में सबसे कठिन पेशा बना दिया है।
1. खेती की लागत बढ़ी, आय नहीं
बीज, खाद, कीटनाशक और डीज़ल की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं।
लेकिन किसानों की कमाई लगभग वही है।
छोटा किसान आज भी महीने में मुश्किल से ₹6,000–8,000 कमा पाता है।
2. मौसम की अनिश्चितता ने संकट बढ़ाया
बारिश का पैटर्न पूरी तरह बदल चुका है।
कहीं सूखा, कहीं बाढ़ — नुकसान हमेशा छोटे किसान का ही होता है।
3. सरकारी योजनाएँ जमीन तक नहीं पहुँच रहीं
कई किसान अभी भी इन योजनाओं तक नहीं पहुँच पा रहे:
- फसल बीमा
- PM-Kisan
- कृषि ऋण
- सिंचाई सुविधाएँ
सूचना की कमी और स्थानीय स्तर पर भ्रष्टाचार सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है।
4. छोटे किसान शहर क्यों छोड़ रहे हैं?
कई किसान खेती छोड़कर मजदूरी, ऑटो, रेस्तरां और सिक्योरिटी जॉब की तरफ जा रहे हैं।
क्योंकि खेती अब रोजगार नहीं दे रही — नुकसान दे रही है।
5. समाधान क्या है?
- फसल का सही MSP
- स्किल ट्रेनिंग
- मंडी सुधार
- ग्रामीण टेक्नोलॉजी
- किसान-उद्यमिता
2025 में भारत की खाद्य सुरक्षा तभी सुरक्षित रहेगी जब छोटा किसान सुरक्षित रहेगा।
